विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के रोस्टर सर्कुलर के विरुद्ध आंदोलन का आठवां दिन।
आज क्रमिक अनशन के आठवे दिन अखिल भारतीय अंबेडकर महासभा के प्रदेश अध्यक्ष श्री राकेश कुमार गौतम जी ने अकादमिक जस्टिस संयुक्त संघर्ष मोर्चा के तत्वावधान में चल रहे आंदोलन को अपना समर्थन दिया ।उन्होंने कहा कि दिन प्रतिदिन देश में एकेडमिक हत्याओं का दौर चल रहा है लेकिन सरकार इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है उन्होंने यूजीसी के द्वारा जारी सर्कुलर को ब्राह्मणवादी मानसिकता से प्रेरित बताया और आंदोलन को मजबूत करने तथा सामाजिक न्याय के लिए छात्रों की प्रतिबद्धता की सराहना की और सभी छात्रों को एकजुट होकर यूजीसी सर्कुलर के खिलाफ लड़ाई लड़ने का आह्वान किया । इसी क्रम में प्राचीन इतिहास विभाग के शोधछात्र मनोज यादव ने कहा कि केंद्र और प्रदेश की सरकार की नीतियां बिल्कुल विफल हो चुकी हैं। दोनों ही सरकारों के पास कोई विजन नहीं है। देश में अराजकता का माहौल व्याप्त है शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार इन सब पर सरकार का कोई फोकस नहीं है सरकार सिर्फ बहुत ही तुच्छ मुद्दों को लेकर अपनी राजनीति करने में लगी हुई है । कभी गाय के नाम पर कभी मुस्लिमों के नाम पर कभी वंचितों व पिछड़ों के नाम पर एक दूसरे से लड़ाने का कार्य कर रही है।
समाजवादी छात्र सभा के प्रदेश सचिव श्री अरविंद सरोज ने अभी हाल ही में उन्नाव में हुई घटना को बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण बताया और सरकार के रवैया की भत्सर्ना की उन्होंने कहा कि सरकार एक जाति विशेष के लोगों को संरक्षण देने का कार्य कर रही है ना कि सामाजिक न्याय का।
समाजवादी छात्र सभा के जिला अध्यक्ष श्री अखिलेश गुप्ता उर्फ गुड्डू ने कहा कि हमारी लड़ाई उन मनुवादी ताकतों के खिलाफ है जो शिक्षालय देवालय विश्वविद्यालय और न्यायालय में अपनी जड़ें जमा चुके हैं लेकिन हम पीछे नहीं हटेंगे लड़ेंगे और जीतेंगे ।स्कॉलर्स हार रिप्रजेंटेशन के समन्वयक रंजीत सरोज ने कहां की प्रतिनिधित्व की इस लड़ाई में सभी छात्र संगठनों बौद्धिक वर्ग का समर्थन लगातार हमें मिल रहा है।इस आंदोलन में छात्रों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ रही है आने वाले समय में सरकार ने यदि इस मुद्दे पर उचित निर्णय निर्णय नहीं लिया तो हम देशव्यापी आंदोलन करेंगे जिसका केंद्र दिल्ली होगा ।उन्होंने अपनी कुछ महत्वपूर्ण मांगे रखी जो निम्नलिखित है ।
1. UGC के 5 मार्च 2018 को जारी किए गए सर्कुलर को तुरंत निरस्त करें।
2.सर्वप्रथम बैकलॉग की सीटों को विज्ञापित किया जाए और उन पर नियुक्तियां की जाएं ।
3. भारत के सभी विश्वविद्यालयों में 5 मार्च के UGC के सर्कुलर के अनुसार वर्तमान में चल रही असिस्टेंट प्रोफेसर एसोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसर की भर्तियों पर तत्काल रोक लगा दी जाए ।
4. इसके लिए केंद्र सरकार संसद में एक बिल पेश कर आरक्षण पर एक अधिनियम बनाएं। उ.प्र. विधान सभा भी ऐक्ट बनाए।
5.अधिनियम बनने तक केंद्र सरकार और उ.प्र. .सरकार एक अध्यादेश जारी करें जिसमें यह प्रावधान हो शैक्षणिक संस्थानों को पूर्व की भांति संस्थान को यूनिट मानकर आरक्षण रोस्टर किया जाएगा।
आज के क्रमिक अनशन में रंजीत कुमार सरोज मनोज यादव राकेश कुमार गौतम अरविंद सरोज अखिलेश गुप्ता उर्फ गुड्डू बेचन यादव मनोज यादव राहुल पटेल रोहित यादव चंदन यादव अमरजीत चक्रवर्ती विजय यादव विजय सरोज अनिरुद्ध कुमार सिंह अजय अहिरवार प्रदीप रावत अजय कुमार अल्तमस चंद्रभूषण भारती पंकज चौधरी रजनीश कुमार दिनेश चौधरी रविंद्र कुमार रजनीश कुमार गोविंद निषाद देवेंद्र नाथ गिरी आदि उपस्थित थे।
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