यूजीसी ने जारी किया गुमराह करने वाला नोटिस छात्रों का आंदोलन हुआ तेज़ 19 वे दिन भी रहा जारी।
छात्र संघ भवन पर जारी आंदोलन के 19 वे दिन छात्रों का गुस्सा तब सातवें आसमान पर पहुंच गया जब 20 अप्रैल को जारी किए गए नोटिस को लोगों ने पढ़ा और समझा अनशन कर रहे छात्रों ने कहा कि एमएचआरडी और UGC दोनों ही SC ST OBC के छात्रों को बेवकूफ समझ रही है वह यह नोटिस जारी करके बताना चाह रही है कि उसने पुरानी व्यवस्था लागू कर दी है जबकि उन्होंने ऐसा कुछ भी नहीं किया है उन्होंने सिर्फ और सिर्फ इतना कहा है की आरक्षण गलत तरीके से लागू ना किया जाए इस संबंध में सारे विश्वविद्यालयों को सूचना दी गई है किंतु यह कतई नहीं कहा है कि 5 मार्च को जारी किए गए सर्कुलर रोस्टर को निरस्त कर दिया गया है और वर्तमान समय में हो रही सहायक प्रोफेसरों की भर्तियों को रोक दिया गया है या पुरानी प्रणाली को लागू करके भर्तियां की जाएं सरकार दोहरे मानदंड अपना रही एक तरफ ऐसे संवर्गों की हितैषी बनने का कार्य कर रही है तो दूसरी तरफ उनकी जड़ को काटने में लगी हुई और गलत अफवाह फैलाई जा रही हैं सरकार ने पुरानी व्यवस्था लागू कर दी है।
आंदोलन का नेतृत्व कर रहे रंजीत सरोज ने कहा कि UGC or MHRD शायद यह समझते होंगे कि दलितों पिछड़ों को अंग्रेजी नहीं आती इसलिए अंग्रेजी में नोटिस निकालकर यह दुष्प्रचार करें की व्यवस्था पहले जैसी की जा चुकी है जिससे कि भारत भर में चल रहे आंदोलन की गति को धीमा किया जा सके उन्होंने बताया कि छात्रों की संख्या लगातार बढ़ रही है और साथ ही उनका गुस्सा भी क्योंकि जिस तरीके की बेहूदा नीति सरकार न्यायालय के माध्यम से साथ ही हमेशा mhrd और यूजीसी के माध्यम से उपरोक्त संवर्गों के ऊपर अपने फरमान थोपना चाहती है उसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा हमारी मांगे नहीं मानी गई तो वह दिन दूर नहीं है जब केंद्र में बैठी इतरा रही बीजेपी की सरकार को अपना अस्तित्व बचाने के लिए भी जगह ना मिले युवाओं ने ही मिलकर BJP को यह मुकाम दिया था और इस बार युवा ही मिलकर इसके गुरुर को तोड़ेंगे भी।
आज के आंदोलन में रंजीत सरोज प्रदीप रावत हिमांशु कुमार बृजेश प्रमोद रामकरण निर्मल अमरित चक्रवर्ती अजय अहिरवार और महात्मा मनोज कुमार विजय कुमार रजनीश सलमान अजय अहिरवार अजय कुमार आदि उपस्थित थे।
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