यूजीसी सर्कुलर के विरुद्ध चल रहे क्रमिक अनशन के 12 वे दिन प्रधानमंत्री कार्यालय से आया पत्र।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्र संघ भवन पर अकादमिक जस्टिस संयुक्त संघर्ष मोर्चा समिति के तत्वाधान में 5 अप्रैल से चल रहा क्रमिक अनशन आज 12 वे दिन भी जारी रहा । अनशन कर रहे शोध छात्र स्कॉलर्स फ़ॉर रिप्रजेंटेशन के समन्वयक रंजीत कुमार सरोज ने कहा कि आज प्रधानमंत्री कार्यालय और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा पत्र छात्रसंघ अध्यक्ष अवनीश यादव को प्राप्त हुआ जिसमें यह आश्वासन दिया गया है कि अविलंब यूजीसी के आरक्षण रोस्टर सर्कुलर के मुद्दे पर कार्यवाही की जाए। इसके साथ ही आज क्रमिक अनशन कर रहे अन्य सदस्यों के साथ डॉ अंबेडकर पर चर्चा करते हुए रंजीत सरोज ने कहा कि अंबेडकर का जीवन ही उनका दर्शन है अर्थात जैसे बाबा साहब ने अपने जीवन में कई तरह के अत्याचारों और जिल्ल्तों के बाद भी राष्ट्र निर्माण के कार्य में आखरी दम तक योगदान दिया उसी तरह आज के युवाओं को भी पूरी उर्जा के साथ अन्याय, शोषण, और अत्याचार के विरुद्ध संघर्ष को विरुद्ध जारी रखना होगा। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि शिक्षा प्रणाली राष्ट्र निर्माण और विकास की धुरी है और इसलिए शिक्षा को समावेशी बनाना सबसे प्रमुख लक्ष्य होना चाहिए। अगर कोई भी व्यक्ति चाहे वह जितना भी बड़े पद पर क्यों न हो अंबेडकर का महिमामंडन करता है परंतु शिक्षा व्यवस्था को कमजोर बनाता है तो वह किसी भी तरीके से अंबेडकर का समर्थक नहीं बल्कि अंबेडकर के सपनों के भारत को अंधकारमय भारत में परिवर्तित करना चाहता है।
छात्र संघ अध्यक्ष अवनीश यादव ने कहा आरक्षण व्यवस्था से न केवल वंचित समुदाय का प्रतिनिधित्व संभव हो पाता है बल्कि समाज के 85% मानव संसाधन का उपयोग होता है और बिना आरक्षण के केवल 15% मानव संसाधन संसाधन उपयोग में आता है। अतः आरक्षण व्यवस्था देश को मजबूत करती है और राष्ट्र निर्माण के लिए अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि वंचित समुदाय के प्रत्येक व्यक्ति को न केवल शिक्षा बल्कि समाज के नेतृत्व का संकल्प लेना पड़ेगा तभी समाज आगे बढ़ेगा। छात्र नेता अरविंद सरोज ने कहा कि यह रोस्टर सर्कुलर वर्तमान केंद्र सरकार की काली करतूत है वह ट्रायल करना चाह रही थी कि इस मुद्दे पर किस तरीके की प्रतिक्रिया छात्रों द्वारा होती है किंतु उन्हें यह नहीं पता कि कुछ निकम्मे छात्रों को छोड़कर सभी विश्वविद्यालयों मे नेतृत्व के प्रति विचारशील एवं कर्तव्यनिष्ठ छात्र भरे पड़े हैं उन्होंने लगातार अपने विरोध प्रदर्शन से यह दिखा दिया और सरकार घुटने टेकने पर मजबूर हुई और सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी डालने जा रही है ।
छात्र संघ अध्यक्ष अवनीश यादव ने कहा आरक्षण व्यवस्था से न केवल वंचित समुदाय का प्रतिनिधित्व संभव हो पाता है बल्कि समाज के 85% मानव संसाधन का उपयोग होता है और बिना आरक्षण के केवल 15% मानव संसाधन संसाधन उपयोग में आता है। अतः आरक्षण व्यवस्था देश को मजबूत करती है और राष्ट्र निर्माण के लिए अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि वंचित समुदाय के प्रत्येक व्यक्ति को न केवल शिक्षा बल्कि समाज के नेतृत्व का संकल्प लेना पड़ेगा तभी समाज आगे बढ़ेगा। छात्र नेता अरविंद सरोज ने कहा कि यह रोस्टर सर्कुलर वर्तमान केंद्र सरकार की काली करतूत है वह ट्रायल करना चाह रही थी कि इस मुद्दे पर किस तरीके की प्रतिक्रिया छात्रों द्वारा होती है किंतु उन्हें यह नहीं पता कि कुछ निकम्मे छात्रों को छोड़कर सभी विश्वविद्यालयों मे नेतृत्व के प्रति विचारशील एवं कर्तव्यनिष्ठ छात्र भरे पड़े हैं उन्होंने लगातार अपने विरोध प्रदर्शन से यह दिखा दिया और सरकार घुटने टेकने पर मजबूर हुई और सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी डालने जा रही है ।
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